Next Story
Newszop

डॉक्टर्स की खराब हैंडराइटिंग का रहस्य: जानें क्यों होती है ऐसी लिखावट

Send Push
डॉक्टर्स की लिखावट का रहस्य

आपने शायद डॉक्टरों के पास जाकर उनकी लिखावट को देखा होगा, जो अक्सर बहुत खराब होती है। डॉक्टर जब दवा का नाम लिखते हैं, तो वह इतना जटिल होता है कि उसे पढ़ना मुश्किल हो जाता है।


आपके मन में यह सवाल उठता होगा कि क्या सभी डॉक्टरों की लिखावट ऐसी ही होती है। अगर किसी एक डॉक्टर की लिखावट खराब हो, तो समझ में आता है, लेकिन जब सभी की लिखावट एक जैसी होती है, तो यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या वे जानबूझकर ऐसा करते हैं। आखिरकार, वे पढ़े-लिखे लोग हैं, फिर भी दवाइयों के नाम इतनी खराब लिखावट में क्यों लिखते हैं?


खराब लिखावट का कारण


हाल ही में एक सर्वेक्षण किया गया, जिसमें यह जानने की कोशिश की गई कि डॉक्टरों की खराब लिखावट का कारण क्या है। रिपोर्ट के अनुसार, जब डॉक्टरों से पूछा गया कि वे इतनी अजीब लिखावट क्यों रखते हैं, तो उन्होंने बताया कि इसके पीछे कोई विशेष कारण नहीं है।


डॉक्टर्स का क्या कहना है?


डॉक्टरों ने कहा कि डॉक्टर बनने के लिए उन्हें बहुत मेहनत करनी पड़ती है और इसके लिए कई परीक्षाएं देनी होती हैं। इन परीक्षाओं में समय की कमी होती है और लिखने की अधिकता होती है, जिससे वे तेजी से लिखते हैं। यही कारण है कि उनकी लिखावट खराब हो जाती है।


क्या सामान्य व्यक्ति समझ सकता है?


जब सर्वे में पूछा गया कि क्या आम लोग डॉक्टरों की लिखावट समझ सकते हैं, तो उन्होंने कहा कि अगर आप भी तेजी से लिखना शुरू करें, तो आपको उनकी लिखावट समझ में आने लगेगी। हालांकि, दवाओं के मामले में यह बात पूरी तरह से सही नहीं है।


रिपोर्ट का क्या कहना है?


एक आंकड़े के अनुसार, हर साल 7 से 8 हजार लोग डॉक्टरों की लिखावट न समझ पाने के कारण अपनी जान गंवा देते हैं। मेडिकल स्टोर वाले केवल डॉक्टर द्वारा लिखे पहले अक्षर के आधार पर दवाइयां देते हैं, जिससे गलत दवा मिल जाती है। इसके चलते कई लोगों की जान चली जाती है।


Medical Council of India (MCI) ने निर्देश जारी किए हैं कि सभी डॉक्टरों को प्रिस्क्रिप्शन कैपिटल लेटर्स में लिखने चाहिए ताकि उन्हें सही से समझा जा सके। इसके साथ ही, उन्हें विस्तृत प्रिस्क्रिप्शन देने के निर्देश भी दिए गए हैं ताकि गलत उपचार की संभावना न रहे।


Loving Newspoint? Download the app now