भारतीय क्रिकेटर शशांक सिंह ने हाल ही में अपने करियर से जुड़ा एक खास अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया कि पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी उनके लिए हमेशा प्रेरणा का स्रोत रहे हैं। शशांक ने खुलासा किया कि धोनी ने उन्हें सिखाया कि असफलता से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि उसे अपनाकर आगे बढ़ना चाहिए।
शशांक ने क्रिकट्रैकर के साथ एक इंटरव्यू में कहा, धोनी सर ने मुझे समझाया कि असफलता खेल का हिस्सा है। अगर आप हर वक्त हार के बारे में सोचते रहेंगे, तो आप कभी आगे नहीं बढ़ पाएंगे। उन्होंने कहा कि हार और जीत दोनों से सीखना जरूरी है, लेकिन हार से मिलने वाला अनुभव इंसान को और मजबूत बनाता है।
धोनी की शांत सोच और धैर्य ने दी शशांक सिंह को नई दिशाधोनी का करियर खुद इस बात का उदाहरण है कि शांत रहकर और सही फैसले लेकर खिलाड़ी कठिन हालात को भी बदल सकता है। शशांक ने कहा कि धोनी की कप्तानी और उनका मैदान पर धैर्य हमेशा उन्हें प्रेरित करता है। उन्होंने सीखा है कि चाहे मैच कितना भी दबाव वाला क्यों न हो, खिलाड़ी को संयम बनाए रखना चाहिए।
शशांक बोले कि धोनी से उन्होंने यह भी सीखा कि टीम के लिए खेलना सबसे अहम है। धोनी हमेशा व्यक्तिगत रिकॉर्ड से ज्यादा, टीम की जीत को महत्व देते रहे हैं। यही सोच एक खिलाड़ी को महान बनाती है।
शशांक सिंह ने आगे कहा कि धोनी के साथ बिताए पलों से उन्हें अपने करियर को लेकर एक नई दिशा मिली। उन्होंने बताया कि अब वह असफलता से डरते नहीं हैं, बल्कि उसे अपने प्रदर्शन सुधारने का अवसर मानते हैं। उन्होंने कहा, धोनी सर की बातें मेरे लिए जीवन मंत्र की तरह हैं। उन्होंने मुझे समझाया कि असफलता से सीखकर ही आप बेहतर खिलाड़ी और इंसान बन सकते हैं।
घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में शानदार प्रदर्शन कर चुके शशांक का मानना है कि धोनी की सीख ने उनके आत्मविश्वास को और मजबूत किया है। वह अब हर मैच को नए मौके की तरह खेलते हैं और दबाव की परिस्थितियों से घबराते नहीं।
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