ईरान ने इसराइल के दक्षिणी हिस्से में स्थित बेर्शेबा शहर के सोरोका अस्पताल और आसपास की रिहायशी आबादी को निशाना बनाया है.
हालांकि ईरान का दावा है कि उसके निशाने पर अस्पताल के पास मौजूद इसराइली सेना के दो मुख्य ठिकाने थे.
इसराइली इमरजेंसी सेवा मैगन डेविड एडोम (एमडीए) के मुताबिक़ हमले में अब तक कम से कम 65 लोग घायल हुए हैं.
इनमें 80 वर्षीय एक बुज़ुर्ग और 70 साल से ज़्यादा उम्र की दो महिलाएं शामिल हैं, जो गंभीर रूप से घायल हैं. 42 लोगों को हल्की चोटें आई हैं, जबकि 18 लोग उस समय घायल हुए, जब वे बम शेल्टर की ओर जा रहे थे.
हमले के बाद इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा, "हम तेहरान में बैठे तानाशाहों से इसकी पूरी क़ीमत वसूलेंगे."
अस्पताल को 'भारी नुक़सान'
ईरानी मिसाइल हमले के बाद बेर्शेबा स्थित सोरोका अस्पताल को बड़ा नुक़सान हुआ है.
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि कई लोग हमले में बुरी तरह घायल हुए हैं.
फ़िलहाल अस्पताल इलाज के लिए नए मरीजों को नहीं ले पा रहा है. अस्पताल के प्रवक्ता ने आम लोगों से अपील की है कि आवश्यक न हो, तो वे अस्पताल न आएं.
बीबीसी संवाददाता टॉम बेनेट ने यरूशलम से रिपोर्ट करते हुए कहा, "जब मिसाइलें यरूशलम में आ रही थीं, तो जो धमाके और गड़गड़ाहट की आवाज़ें मैंने सुनीं, वे निश्चित रूप से हाल के दिनों में सबसे तेज़ थीं."
सोरोका अस्पताल के अलावा भी इसराइल के कई अन्य हिस्सों में हमले किए गए हैं, जिनकी पुष्टि स्थानीय प्रशासन ने की है.
ईरान के मिसाइल हमले के बाद इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने प्रतिक्रिया दी है.
करते हुए उन्होंने कहा, "आज सुबह, ईरान के आतंकी तानाशाहों ने बेर्शेबा के सोरोका अस्पताल और नागरिक आबादी पर मिसाइलें दागीं. हम ईरान के इन तानाशाहों से इसकी पूरी क़ीमत वसूल करेंगे."
इसराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग ने भी हमले की निंदा की.
उन्होंने कहा, "एक बच्चा आईसीयू में था. उसकी मां उसके पास बैठी थी. एक बुज़ुर्ग नर्सिंग होम में थे. यही लोग आज सुबह ईरान की मिसाइलों का निशाना बने."
उन्होंने आगे कहा, "ऐसे समय में हमें याद आता है कि असल में दांव पर क्या है और हम किन मूल्यों की रक्षा कर रहे हैं."
इसराइल की उप विदेश मंत्री शैरेन हास्केल ने हमले को 'जानबूझकर किया गया' और 'आपराधिक' बताया.
उ कि जिस जगह पर हमला हुआ, वह कोई सैन्य अड्डा नहीं, बल्कि एक अस्पताल है, जो इस क्षेत्र का मुख्य चिकित्सा केंद्र है.
हास्केल ने अस्पताल के अंदर हुए नुक़सान को दिखाने वाला एक वीडियो भी साझा किया और कहा, "दुनिया को इस पर अपनी आवाज़ उठानी चाहिए."
ईरानी सरकारी मीडिया का कहना है कि आज सुबह हुए मिसाइल हमले में बेर्शेबा का सोरोका अस्पताल निशाना नहीं था.
ईरान का दावा है कि उसका लक्ष्य अस्पताल के पास स्थित इसराइली सेना के दो प्रमुख ठिकाने थे.
इस्लामिक रिपब्लिक न्यूज़ एजेंसी (आईआरएनए) की रिपोर्ट के अनुसार, हमला इसराइली सेना के कमांड मुख्यालय और गाव-यम टेक्नोलॉजी पार्क में स्थित एक ख़ुफ़िया सैन्य शिविर पर केंद्रित था.
रिपोर्ट में कहा गया है, "अस्पताल केवल धमाकों के कारण पैदा हुए कंपन से प्रभावित हुआ, उसे कोई गंभीर नुक़सान नहीं पहुंचा. सैन्य ढांचा हमारा स्पष्ट और सटीक लक्ष्य था."
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर इसराइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है.
इसराइल का कहना है कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम में काफ़ी आगे बढ़ चुका था, इसलिए हमले किए गए. हालांकि इस दावे के समर्थन में इसराइल ने कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया है.
ईरान ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण है.
गुरुवार सुबह एक अस्पताल के पास हुए मिसाइल हमले ने हालात और गंभीर कर दिया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इसराइल के साथ संभावित सैन्य साझेदारी पर विचार कर रहे हैं. इसराइली अधिकारी ट्रंप को कार्रवाई के लिए मनाने की कोशिश कर सकते हैं.
ईरान के सर्वोच्च नेता अली ख़ामेनेई ने अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमले की धमकी दी है. यमन और इराक़ में सक्रिय ईरान समर्थक गुट भी अमेरिकी ठिकानों को निशाना बना सकते हैं.
इसराइल ने संकेत दिए हैं कि उसका सैन्य अभियान अभी जारी रहेगा और संघर्ष के रुकने की संभावना फ़िलहाल कम दिख रही है.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित