नागौर में कर्ज में डूबे एक निजी स्कूल संचालक ने खुदकुशी कर ली। वह पटरी पर लेट गया और ट्रेन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। घटना मूंडवा गांव की है, मृतक संजय रामावत मूंडवा स्थित सिद्धार्थ आदर्श विद्या निकेतन का संचालक था। रामावत की उम्र करीब 50 साल थी। घटना के बाद स्कूल संचालक के शव के पास भारी भीड़ जमा हो गई। मौके पर मौजूद लोग भी शव की हालत देखकर सहम गए। दरअसल, कल (3 जुलाई) जीआरपी को सूचना मिलने के बाद मूंडवा थाना पुलिस को सूचना दी गई। सुबह 8:15 बजे खबर मिली कि नागौर से भटिंडा जा रही ट्रेन की चपेट में आने से इस व्यक्ति की मौत हो गई।
ट्रेन को रिवर्स कर शव को बाहर निकाला गया
जीआरपी को सूचना मिली कि घटना आउटर सिग्नल के पास हुई है। जीआरपी और मूंडवा थाना प्रभारी बल के साथ मौके पर पहुंचे तो रेलवे ट्रैक के पास एक कार खड़ी दिखाई दी और व्यक्ति का शव ट्रेन के नीचे पड़ा था। ट्रेन को पीछे करके शव को बाहर निकाला गया, जो दो हिस्सों में कट चुका था। पुलिस और जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में पहुंचाया।
संजय पर काफी कर्ज था
पुलिस जांच में पता चला कि संजय पर काफी कर्ज था और पैसे मांगने वाले लोग कर्ज चुकाने की मांग कर रहे थे। इससे परेशान होकर संजय रामावत ने आत्महत्या कर ली। संजय के परिजनों की ओर से मूंडवा थाने में नामजद शिकायत दर्ज कराई गई है। इसी आधार पर जांच भी चल रही है।
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