राज्य में सोमवार को हुई बारिश के कारण कई शहरों में बाढ़ जैसे हालात हो गए। कोटा और पाली में लोग अपने घरों में फंस गए। यहाँ कॉलोनियों में कमर तक पानी भर गया।भारी बारिश के कारण जोधपुर संभाग से चलने वाली 5 ट्रेनों का रूट बदला गया और 4 ट्रेनें रद्द कर दी गईं। कोटा में पिकनिक मनाने गए 7 लोग चंबल नदी में बह गए।एक को बचा लिया गया। राज्य में अलग-अलग हादसों में एक मासूम बच्चे समेत कुल 12 लोगों की मौत हो गई। राजसमंद में वाहन पानी में बह गए।गोमती-उदयपुर फोरलेन NH-8 पर पहाड़ों से बरसाती झरना भी बह गया, जिससे हाईवे पर एक तरफ से ही वाहनों की आवाजाही हो पाई।
कोटा में हजारों लोग घरों में फंसे, मकान और दुकानें जलमग्न, मगरमच्छ दिखा
कोटा में भारी बारिश के कारण कई कॉलोनियां जलमग्न हो गईं। अनंतपुरा में नाला ओवरफ्लो होने से सुभाष विहार कॉलोनी में हालात और बिगड़ गए। कॉलोनी के ज़्यादातर घरों और दुकानों में पानी भर गया।दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक 10 हज़ार लोग अपने घरों में कैद रहे। जनहानि रोकने के लिए बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई। कॉलोनीवासी भंवर सिंह चौहान ने बताया कि नाला ओवरफ्लो होने से यह समस्या हर साल होती है।चैतन्य कुमार अग्रवाल के अनुसार, नाले के कारण यह समस्या होती है। इसे चौड़ा करना बेहद ज़रूरी है। महिला पिंकी माधवानी ने बताया कि उनकी दुकान आधी बारिश के पानी में डूब गई है।रानपुर इलाके में कॉलेज, फ़ैक्टरी और घरों में पानी घुस गया। आधे घर जलमग्न हो गए हैं। बोरखेड़ा इलाके में काशी धाम, कौटिल्य नगर, बालाजी नगर, प्रताप नगर, आदर्श नगर, आस्था नगर, देवली अरब रोड की कई कॉलोनियों में हालात और बिगड़ गए हैं।
यहाँ एक कॉलोनी में मगरमच्छ दिखने से लोग दहशत में आ गए। उद्योग नगर इलाके में प्रेम नगर, कंसुआ राजपूत कॉलोनी में भी पानी भर गया।कोटा के बंधा धरमपुरा में रेलवे कॉलोनी निवासी सौम्या पानी के तेज़ बहाव में अपनी स्कूटी समेत बह गई। उसे बचा लिया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।अयाना कस्बे के सरकारी स्कूल में पानी भर गया, जिससे बच्चों की पढ़ाई बंद करनी पड़ी। सरकारी अस्पताल में भी बारिश का पानी घुस गया और मरीज़ परेशान होते रहे।कोटा बैराज के 12 गेट खोलकर 2 लाख 2 हज़ार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। कोटा बैराज की भराव क्षमता 854 फीट है। वर्तमान में जलस्तर 853.10 फीट है।
राजसमंद में सड़क पर नदी बही, वाहन तैरने लगे
राजसमंद में रविवार रात 2 बजे से शुरू हुई बारिश रुक-रुक कर होती रही। शहर के कलालवाटी, राजनगर बस स्टैंड, माणक चौक, भंवरी, कमलतलाई रोड, 100 फीट रोड पर जलभराव के कारण आवाजाही बाधित रही।खमनोर क्षेत्र में घरों के बाहर खड़ी कारें भी पानी के साथ बह गईं। बांध का किनारा भी पानी से भर गया। कुंभलगढ़ क्षेत्र में हुई बारिश के बाद सुबह तक बाघेरी नाका बांध का गेज 1 फीट हो गया, जो धीरे-धीरे 3.25 फीट तक पहुँच गया।इसका पानी अब बनास नदी में पूरे उफान पर बह रहा है। जिससे नंदसमंद बांध में पानी की आवक बढ़ गई है। ऐसे में राजसमंद झील के लबालब होने की उम्मीद भी बढ़ गई है।
उदयपुर में 2 युवक नदी में बहे, कई रास्ते बंद
उदयपुर में, शहर के अंबामाता के पास की कॉलोनियों में भारी बारिश के बाद पानी भर गया। मावली के बोयाणा रेलवे अंडरपास में स्कूली बच्चों से भरी एक निजी स्कूल बस पानी में फंस गई, जिसे ट्रैक्टर की मदद से बाहर निकाला गया। वल्लभनगर के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खेताखेड़ा में भी बारिश का पानी भर गया।उदयपुर के झाड़ोल क्षेत्र में बदराणा नदी उफान पर आ गई है। इससे ओगणा-झाड़ोल मुख्य मार्ग बंद हो गया। झाड़ोल के बदराणा और जावरमाइंस के पास टीडी नदी के तेज बहाव के कारण कई छोटे रास्ते बंद हो गए। झाड़ोल के वेलनिया के पास नदी में नहाने गए दो युवक बह गए, हालाँकि समय रहते दोनों को बचा लिया गया।
फतहपुरा के पास आदिनाथ कॉलोनी में एक पेड़ और खंभा बीच सड़क पर गिर गया। कई पेड़ भी धराशायी हो गए। उदयपोल से सिटी रेलवे स्टेशन और पटेल सर्कल से पारस तिराहा तक एलिवेटेड रोड और फ्लाईओवर निर्माण के कारण लंबा ट्रैफिक जाम लगा रहा। सिटी स्टेशन से उदयपोल जाने वाले रास्ते पर पेट्रोल पंप के पास पानी भर गया।
जोधपुर रेलवे स्टेशन पर पानी भर गया, पटरियाँ जलमग्न
करीब 3 घंटे हुई भारी बारिश ने जोधपुर में प्रशासन की पोल खोल दी। जोधपुर रेलवे स्टेशन परिसर में पानी भर गया। पटरियाँ जलमग्न हो गईं। तिंवरी स्थित श्रीराम कॉलोनी, गर्ल्स स्कूल और कैम्ब्रिज स्कूल परिसर में पानी भर गया। कैम्ब्रिज स्कूल के पास एक कार पानी में डूब गई।शहर में भारी बारिश को देखते हुए केंद्रीय विद्यालय समेत कई निजी स्कूलों ने व्हाट्सएप पर संदेश भेजकर छात्रों को घर पर रहने की सलाह दी।शहर के गंगाणा रोड पर डाली बाई सर्किल के पास स्थित साईं रेजीडेंसी में पानी भर गया। सोसायटी के निवासी अजय के अनुसार - पानी निकासी के उचित इंतजाम न होने से यहां लोग घरों में कैद हैं।
इस बीच, जोधपुर रेल मंडल की ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित हुआ। इसके चलते चार ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द कर दी गईं। इनमें जोधपुर-साबरमती एक्सप्रेस (14821) पाली मारवाड़ स्टेशन पर और साबरमती-जोधपुर एक्सप्रेस (14822), हडपसर-जोधपुर सुपरफास्ट (20496) और पुणे-भगत की कोठी साप्ताहिक एक्सप्रेस (11090) को मारवाड़ जंक्शन पर शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है।इसी तरह, पाँच ट्रेनों के रूट बदले गए हैं। इनमें बीकानेर-मिराज सुपरफास्ट (20475), लालगढ़-दादर रणकपुर एक्सप्रेस (14707), तिरुवनंतपुरम-श्रीगंगानगर कोचुवेली एक्सप्रेस (16312), साबरमती-जम्मूतवी एक्सप्रेस (19223) और इंदौर-जोधपुर (14802) शामिल हैं। इसके अलावा, काठगोदाम-जैसलमेर एक्सप्रेस (15014) को रेगुलेट किया गया है।
कॉलोनियों में पानी भरा, दुकान ढही, पिकअप पलटी
पाली जिले में भारी बारिश के कारण सुकड़ी और लीलड़ी नदियों का जलस्तर बढ़ गया, जिससे आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। सिंधी और राजीव गांधी कॉलोनियों में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया। स्कूल बंद कर दिए गए हैं।हैदर कॉलोनी में एक दुकान ढह गई। हालांकि, गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई। रामदेव रोड इलाके में घरों में बारिश का पानी घुस गया, वहीं रामदेव रोड, लोढ़ा स्कूल रोड, आदर्श नगर, वीडी नगर, केशव नगर, गोकुलवाड़ी, बापू नगर विस्तार, नया गाँव रोड समेत कई कॉलोनियों के घरों में हालात और बिगड़ गए। दूध लेने जा रहा एक युवक करंट की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई।
चित्तौड़गढ़ में मासूम बच्चा नाले में बह गया
चित्तौड़गढ़ के रावतभाटा में रात 2 बजे हुई बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। धवतकला गाँव में एक परिवार खेत पर सो रहा था। अचानक हुई तेज बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर आ गए। इससे परिवार खेत पर ही फंस गया और झोपड़ी पर रात गुजारी।तहसीलदार विवेक गरासिया के अनुसार, कोटा एसडीआरएफ की टीम देर शाम मौके पर पहुँची। टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर 2 साल के बच्चे समेत 8 लोगों को बचा लिया। रावतभाटा में ही, वार्ड 39 के कुम्हार मोहल्ला में बारिश के बीच हनी (12) पुत्र चंद्रभान सिंह बरसाती नाले में बह गया। मासूम का शव पाँच घंटे बाद दोपहर डेढ़ बजे घर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर चम्बल पुलिया के पास झाड़ियों में फंसा हुआ मिला।
धौलपुर के बाड़ी के कसाईपाड़ा निवासी जाकिर लुहार (45) अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान पुलिया पार करते समय उनका पैर गड्ढे में चला गया और वे नदी के बहाव में बह गए।धौलपुर के बाड़ी के कसाईपाड़ा निवासी जाकिर लुहार (45) अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान पुलिया पार करते समय उनका पैर गड्ढे में चला गया और वह नदी के बहाव में बह गए।धौलपुर के निधारा गांव में आज दोपहर 12 बजे निधारा गांव की पुलिया पार करते समय गांव की अंतेश गुर्जर (19) का पैर फिसल गया। तेज बहाव के कारण वह बामनी नदी में बह गई। वहीं बाड़ी के कसाईपाड़ा निवासी जाकिर लुहार (45) का पैर खाई में गिर गया, जिससे वह नदी के बहाव में बह गए। फिलहाल दोनों की तलाश जारी है।
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