उत्तर पश्चिम रेलवे ने बाड़मेर रेलवे स्टेशन से संचालित दो प्रमुख ट्रेनों में बड़ा परिवर्तन किया है। रेलवे प्रशासन का कहना है कि इन बदलावों से यात्रियों का सफर अब पहले से अधिक आरामदायक, सुरक्षित और पर्यावरण अनुकूल हो जाएगा। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इन दोनों ट्रेनों में आधुनिक एलएचबी कोच (LHB Coaches) लगाए गए हैं। इसके साथ ही टाइम टेबल, ठहराव और सुविधाओं में भी कुछ आवश्यक सुधार किए गए हैं।
एलएचबी कोच से बढ़ेगी सुरक्षा और सुविधाउत्तर पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि बाड़मेर से जयपुर और बाड़मेर से दिल्ली के बीच चलने वाली दो मुख्य ट्रेनों में अब लिंक हॉफमैन बुश (LHB) डिब्बों का संचालन शुरू किया गया है। ये कोच पारंपरिक आइसीएफ कोचों की तुलना में अधिक सुरक्षित, हल्के और उच्च गति के अनुकूल होते हैं। दुर्घटना की स्थिति में इनका डिज़ाइन यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है। अधिकारियों ने बताया कि एलएचबी कोच में आधुनिक सस्पेंशन सिस्टम, बेहतर वेंटिलेशन, उन्नत ब्रेकिंग सिस्टम और आरामदायक सीटिंग अरेंजमेंट जैसी सुविधाएँ दी गई हैं। साथ ही, यह कोच पर्यावरण के अनुकूल और ऊर्जा-कुशल हैं।
समय और ठहराव में भी सुधाररेलवे ने बताया कि इन ट्रेनों के समय में मामूली बदलाव किए गए हैं ताकि यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी मिल सके। कुछ छोटे स्टेशनों पर ठहराव की अवधि बढ़ाई गई है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के यात्रियों को सुविधा हो सके। रेलवे प्रशासन ने यह भी कहा कि ट्रेनों की सफाई व्यवस्था और खानपान गुणवत्ता की नियमित निगरानी की जाएगी। साथ ही, कोचों में CCTV कैमरे और आधुनिक फायर सेफ्टी सिस्टम भी लगाए जा रहे हैं, ताकि सुरक्षा स्तर और बढ़ाया जा सके।
पर्यावरण के प्रति रेलवे की पहलउत्तर पश्चिम रेलवे लगातार अपने परिचालन को ग्रीन इनिशिएटिव्स के तहत उन्नत कर रहा है। नए एलएचबी कोच न केवल सुरक्षित हैं बल्कि इनके निर्माण में प्रयुक्त तकनीक से ईंधन की बचत और प्रदूषण में कमी होती है।
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