राजस्थान के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीना ने गुरुवार (29 मई) को अजमेर के किशनगढ़ में नकली खाद माफिया के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। उन्होंने खुद लोडिंग टेंपो में बैठकर किशनगढ़ के उदयपुर कलां इलाके में फैक्ट्रियों पर छापा मारा। इसके बाद जयपुर, भीलवाड़ा और अन्य इलाकों में छापेमारी की गई। किशनगढ़ में कुल 12 जगहों पर छापेमारी की गई। किरोड़ी लाल मीना ने इस कार्रवाई के बाद कहा है कि पीएम का सपना चकनाचूर हो रहा है। किसानों को महंगी खाद देकर उन्हें आर्थिक रूप से कमजोर किया जा रहा है और उनकी जमीनों को भी बंजर बनाया जा रहा है। किशनगढ़ में भूमि एग्रो इंडस्ट्रीज नाम की फैक्ट्री में मार्बल पाउडर, मिट्टी, बजरी और रंग मिलाकर डीएपी, एसएसपी और पोटाश जैसी खादें तैयार की जा रही थीं। किरोड़ी लाल मीना ने कहा, मार्बल पाउडर अगर काला होता तो डीएपी बनता, सफेद होता तो एसएसपी बनता और भूरा होता तो पोटाश बनता. हर चीज को मशीनों में उच्च तापमान पर प्रोसेस किया जा रहा था।
इन 12 कंपनियों पर मारे गए छापे
1. अतिशय बायोटेक इंडस्ट्रीज लिमिटेड, किशनगढ़
2. कमला बायो ऑर्गेनिक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड, किशनगढ़
3. ट्रॉपिकल एग्रो सिस्टम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, किशनगढ़
4. राघव एग्रो इंडस्ट्रीज, किशनगढ़
5. श्री गोवर्धन एग्रो, किशनगढ़
6. दिव्या एग्रो फर्टिलाइजर इंडस्ट्रीज नालू, किशनगढ़
7. भूमि एग्रो इंडस्ट्रीज, किशनगढ़
8. श्रीनाथ एग्रो इंडस्ट्रीज, किशनगढ़
9. एशिया डॉन बायोकेयर, जयपुर
10. वर्दी जल एग्री टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड
अजमेर इन 10 जगहों के अलावा किशनगढ़ में 2 ऐसे उद्योग मिले, जिनके नाम पता नहीं हैं।
अब ऐसी कार्रवाई होगी, हम याद रखेंगे
किरोड़ी लाल मीना ने कहा, सबकुछ अवैध तरीके से बन रहा है। देश के किसानों के लिए इससे बड़ा दुर्भाग्य नहीं हो सकता। यहां इतनी बड़ी-बड़ी फर्म हैं, जो किसानों को महंगी खाद दे रही हैं। उनकी आर्थिक स्थिति खराब कर रही हैं और उनकी जमीन को भी बंजर बना रही हैं। इस मामले की जांच होगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, ये सारी चीजें जब्त की जाएंगी। यह सब प्रधानमंत्री के सपनों को चकनाचूर करने के लिए किया जा रहा है। अब ऐसी कार्रवाई होगी जिसे लोग याद रखेंगे।
कृषि विभाग का मानना है कि किशनगढ़ और आसपास के इलाकों में करीब तीन दर्जन नकली खाद बनाने वाली फैक्ट्रियां सक्रिय हैं। यह नकली खाद राजस्थान के अलग-अलग जिलों में सप्लाई की जा रही थी, जिससे न सिर्फ किसानों की फसलें खराब हो रही थीं, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति भी खराब हो रही थी। डॉ. किरोड़ी लाल मीना ने कहा कि यह नेटवर्क बहुत बड़ा है और इस पर शिकंजा कसना जरूरी है। सरकार पूरे प्रदेश में ऐसी फैक्ट्रियों की पहचान कर कार्रवाई करेगी। उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि इस तरह की धोखाधड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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