जोधपुर, राजस्थान के मथुरादास माथुर अस्पताल के एमआरआई सेंटर के चेंजिंग रूम में मोबाइल पर चोरी-छिपे वीडियो रिकॉर्ड करने के आरोप में गिरफ्तार गार्ड से शास्त्रीनगर थाना पुलिस पूछताछ कर रही है। उसने बताया है कि उसने खुद देखने के लिए महिलाओं के कपड़े बदलते हुए वीडियो रिकॉर्ड किए थे। फिलहाल उसके मोबाइल से ऐसे चार वीडियो मिले हैं।
7 महीने तक गार्ड रहा
पुलिस को आशंका है कि उसने अपने मोबाइल से कई वीडियो और महत्वपूर्ण जानकारियां डिलीट कर दी होंगी। इस संबंध में मोबाइल को एफएसएल भेजा जाएगा और डिलीट किए गए डेटा को रिकवर करने का प्रयास किया जाएगा। पुलिस सूत्रों के अनुसार पावटा सर्किल के पास हाथियों की बावड़ी निवासी रहीमुद्दीन अक्टूबर में एक कंपनी के माध्यम से एमआरआई सेंटर में गार्ड के पद पर लगा था। वह सात महीने से सेंटर में गार्ड है। वह सेंटर के चेंजिंग रूम में आता था। महिलाओं के चेंजिंग रूम में जाने से पहले वह वीडियो रिकॉर्डिंग चालू कर देता था और मोबाइल छिपा देता था।
महिला ने खोला राज
उसने दवाइयों के कार्टन में छेद कर रखा था, जिसमें मोबाइल रखने के बाद वह महिला मरीज के आने पर चेंजिंग रूम में अलमारी के ऊपर रख देता था। इसी बीच सोमवार देर रात एक महिला एमआरआई से पहले कपड़े बदलने चेंजिंग रूम में गई। वहां अंधेरा था। अलमारी पर रखे कार्टन से रोशनी निकल रही थी। इससे महिला को शक हुआ। उसने कार्टन नीचे उतारा तो वीडियो रिकॉर्डिंग मोड पर मोबाइल दिखाई दे रहा था।
मेरा दिमाग खराब हो गया था, इसलिए मैंने रिकॉर्ड कर लिया: गार्ड
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी गार्ड से पूछताछ की और मोबाइल की जांच की। उसमें चार वीडियो मिले। जो संभवत: चेंजिंग रूम के हैं। उसने बताया है कि वह होश में नहीं था और उसने खुद देखने के लिए रिकॉर्ड कर लिया।
तांक-झांक के आरोप में एफआईआर दर्ज
महिला के परिजनों की ओर से पुलिस ने धारा 77 बीएनएस दर्ज की है। जो झांकने से संबंधित है। इसमें किसी महिला को उसकी सहमति के बिना निजी कार्य करते हुए देखना, वीडियो बनाना, तथा किसी महिला को ऐसी स्थिति में देखना शामिल है, जहां वह आमतौर पर यह अपेक्षा नहीं करती कि कोई उसे देखेगा।