Next Story
Newszop

शकूर खान मामले में हुआ सनसनीखेज खुलासा, ज्योति मल्होत्रा के पाकिस्तानी दोस्त 'दानिश' के साथ निकला बड़ा कनेक्शन

Send Push

राजस्थान की एक अदालत ने मामले की जांच के लिए 'शकूर खान' को 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। राज्य के खुफिया विभाग ने शकूर खान को पाकिस्तान की आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के मुताबिक, उस पर पाकिस्तान के आईएसआई एजेंटों के साथ सूचनाएं एकत्र करने और उन्हें साझा करने का आरोप है।

अब शकूर खान मामले में बड़ी जानकारी सामने आई है। जैसलमेर में सहायक प्रशासनिक अधिकारी के पद पर कार्यरत आरोपी शकूर खान पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को रणनीतिक सूचनाएं लीक करने का आरोप है। अधिकारियों के मुताबिक, संदिग्ध गतिविधियों के चलते वह काफी समय से निगरानी में था। विशेष लोक अभियोजक सुदेश कुमार सतवान ने बताया, "शकुर खान को राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अदालत ने उसे 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। जांच के बाद हम उसे फिर से अदालत में पेश करेंगे। कुछ पाकिस्तानी फोन नंबरों की जांच की जा रही है।

शकुर खान दो पाकिस्तानियों के संपर्क में था

पुलिस महानिरीक्षक (सीआईडी सुरक्षा) विष्णु कांत गुप्ता ने पुष्टि की कि शकूर खान पर लंबे समय से निगरानी थी, क्योंकि उसकी गतिविधियां लंबे समय से संदिग्ध थीं। उन्होंने कहा, "निगरानी के दौरान पाया गया कि शकूर खान पाकिस्तान दूतावास में काम करने वाले कुछ लोगों, खासकर 'अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश और सोहेल कमर' के लगातार संपर्क में था।

पाकिस्तान में आईएसआई एजेंटों से मिला था

भारत सरकार पहले ही दानिश को 'अवांछित व्यक्ति' घोषित कर उसे वापस पाकिस्तान भेज चुकी है। जयपुर में केंद्रीय पूछताछ केंद्र में पूछताछ के दौरान शकूर खान ने कबूल किया कि वह दानिश की मदद से वीजा हासिल कर कई बार पाकिस्तान गया था। पाकिस्तान में रहते हुए उसने कथित तौर पर आईएसआई एजेंटों से मुलाकात की थी।

व्हाट्सएप के जरिए पाकिस्तान को संदेश भेजता था

अधिकारियों ने खुलासा किया कि भारत लौटने पर उसने रणनीतिक जानकारी एकत्र की और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म का उपयोग करके उसे पाकिस्तानी हैंडलर्स को भेजा। जैसलमेर में सहायक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में खान के पास संवेदनशील दस्तावेजों तक पहुंच थी, जिससे आंतरिक सुरक्षा को लेकर बड़ी चिंताएं पैदा हो गई थीं। उसके खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 के तहत मामला दर्ज किया गया है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में आगे की जांच अभी भी जारी है।

Loving Newspoint? Download the app now