अखिल भारतीय सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा (AISSEE) 2025 में कथित पेपर लीक की खबर ने तूल पकड़ लिया है। इसके विरोध में अखिल भारतीय सैनिक एवं सैन्य संघर्ष समिति के बैनर तले सीकर में स्कूली बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया।प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी कर पेपर लीक के आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। इसके बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मामले की गहन जांच और दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की। साथ ही पेपर दोबारा कराने की मांग की गई।
संघर्ष समिति के सचिव मंगलचंद ने बताया- 5 अप्रैल 2025 को आयोजित AISSEE 2025 से पहले कुछ अज्ञात लोगों ने विभिन्न कोचिंग संस्थानों से संपर्क कर 15 लाख रुपए में पेपर बेचने का ऑफर दिया था। हालांकि कई संस्थानों ने इस ऑफर को ठुकरा दिया। परीक्षा के बाद कई परीक्षा केंद्रों पर बच्चों ने दावा किया कि उन्हें कोचिंग में पढ़ाया गया पेपर ही परीक्षा में आया। मंगलचंद ने खुलासा किया कि इन लोगों ने कई संस्थानों के संचालकों से व्हाट्सएप कॉल के जरिए संपर्क किया था।
ज्ञापन में दी गई जानकारी के अनुसार अज्ञात लोगों ने 2 अप्रैल 2025 को न्यू सीकर एकेडमी के बलवीर सिंह, 4 अप्रैल को मंगलम स्कूल गुढ़ागौड़जी के महेंद्र सिंह तथा टारगेट सैनिक एकेडमी रामगढ़ शेखावाटी के दिनेश सिगड़ से संपर्क किया। इसके अलावा 25 मार्च को सुबह 10:27 बजे तीन अज्ञात लोग सतगुरु एकेडमी पहुंचे, जिनका वीडियो एकेडमी संचालक नरेंद्र हुड्डा ने बनाया।
प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि परीक्षा परिणाम से पेपर लीक होने का संदेह और पुख्ता हो गया है। कक्षा 6 की प्रवेश परीक्षा में 300 में से 241 से 290 अंक लाने वाले विद्यार्थियों की संख्या 10,129 पहुंच गई, जो असामान्य है। पिछले साल 280 से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों की संख्या मात्र 94 थी, जो इस बार बढ़कर 538 हो गई। आगरा के एक परीक्षा केंद्र पर कई बच्चों के भाषा विषय में 50% से कम अंक आए, जबकि गणित, बौद्धिक क्षमता तथा सामान्य ज्ञान में 100% तक अंक दर्ज किए गए, जिससे संदेह और गहरा गया।
प्रदर्शन में शामिल एक छात्र ने कहा- हमने दिन-रात मेहनत की, लेकिन पेपर लीक होने से मेहनती बच्चों का हक छीना जा रहा है। एक अभिभावक ने गुस्से में कहा- इस तरह के घोटाले बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। शिक्षकों ने भी इस मामले में पारदर्शी जांच की मांग की। प्रदर्शन के बाद जिला कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में मांग की गई कि पेपर लीक के आरोपों की उच्च स्तरीय जांच हो, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए उचित कदम उठाए जाएं। ज्ञापन में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय से तत्काल कार्रवाई की अपील की गई।
You may also like
बीड: बेमौसम बारिश से किसानों की फसलें तबाह, सरकार से मुआवजे की गुहार
मुर्शिदाबाद हिंसा तृणमूल की शह के बिना असंभव, ममता की 'निर्ममता' उजागर : तुहिन सिन्हा
चिराग पासवान के विधानसभा चुनाव लड़ने के संकेत, बड़ी भूमिका में आ सकते हैं: अरुण भारती
मप्रः लाड़ली लक्ष्मी योजना सर्टिफिकेट से रुका बाल विवाह
केन-बेतवा लिंक परियोजना से पंजाब-हरियाणा को पीछे छोड़ेगी बुंदेलखंड की धरती: मुख्यमंत्री डॉ. यादव