झुंझुनू में महिला अधिकारिता विभाग ने कामकाजी महिलाओं के लिए एक अनूठी पहल शुरू की है। विभाग ने अपने कार्यालय में "किं शिशु पालना गृह" की शुरुआत की है, जो 2 से 6 साल तक के बच्चों की देखभाल के लिए बनाया गया है। इस केंद्र का उद्देश्य सरकारी कार्यालयों में कार्यरत महिला कर्मियों को अपने बच्चों की देखभाल की चिंता से मुक्त करना है, ताकि वे बिना किसी बाधा के अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें।
यह पहल महिला कर्मियों को अपने काम और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाने में मदद करेगी। विभाग का यह प्रयास महिला सशक्तिकरण और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे कार्यस्थल पर महिलाओं की उपस्थिति और उत्पादकता भी बढ़ेगी।
शिशु पालना गृह सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहेगा, जो सरकारी कार्य समय के अनुरूप है। बच्चों की सुरक्षा, भोजन, खेलकूद और मनोरंजन की पूरी व्यवस्था की गई है। उप निदेशक विप्लव न्यौला ने बताया कि पालना गृह में ऑनलाइन कैमरे की सुविधा भी उपलब्ध है, जिससे अभिभावक मोबाइल पर लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से अपने बच्चों की गतिविधियों को देख सकते हैं।
महिला अधिकारिता विभाग इस केंद्र का संचालन करेगा और विभागीय अधिकारी व कर्मचारी बच्चों की देखभाल करेंगे। यह सुविधा सभी जिला मुख्यालयों की सभी महिला सरकारी कर्मचारियों के लिए उपलब्ध है ताकि वे अपने बच्चों को सुरक्षित और सुखद वातावरण में रखते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें। इससे महिला कर्मचारियों को काम और परिवार के बीच संतुलन बनाने में मदद मिलेगी।
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