चर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड पर आधारित फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ (Udaipur Files) की रिलीज को लेकर चल रहे विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को अहम टिप्पणी करते हुए फिलहाल हस्तक्षेप से इनकार कर दिया है। अदालत ने कहा कि अभी इस मामले में वह कोई आदेश नहीं देगी और अगली सुनवाई केंद्र सरकार के निर्णय के बाद तय की जाएगी।
निर्माताओं को नहीं मिली राहतफिल्म के निर्माताओं की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी, जिसमें फिल्म की रिलीज को लेकर हो रहे विरोध और सेंसर बोर्ड से जुड़े कुछ फैसलों को चुनौती दी गई थी। याचिकाकर्ताओं ने अदालत से फिल्म को रिलीज करने की अनुमति देने की मांग की थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि वह फिलहाल इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करेगा।
केंद्र सरकार की भूमिका अहमअदालत ने मामले को लेकर केंद्र सरकार से रिपोर्ट मांगी है और कहा है कि जब तक केंद्र इस विषय में कोई सुनिश्चित रुख नहीं अपनाता, तब तक अदालत कोई अंतिम आदेश नहीं देगी। ऐसे में फिल्म की रिलीज पर अब केंद्र की प्रतिक्रिया और निर्णय बेहद महत्वपूर्ण हो गई है।
क्या है 'उदयपुर फाइल्स'?‘उदयपुर फाइल्स’ फिल्म का विषय राजस्थान के उदयपुर में जून 2022 में हुए कन्हैयालाल हत्या कांड पर आधारित है। यह घटना देशभर में चर्चा का विषय बनी थी, जब एक दर्जी कन्हैयालाल की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी, जिसे कथित तौर पर धार्मिक भावना आहत होने के कारण अंजाम दिया गया था। फिल्म इसी घटना पर केंद्रित है और इसे लेकर राजनीतिक व सामाजिक स्तर पर संवेदनशीलता देखी जा रही है।
विरोध और सेंसर बोर्ड की भूमिकाफिल्म की रिलीज से पहले ही राजस्थान समेत कई स्थानों पर विरोध देखने को मिला है। कुछ संगठनों ने इसे सामाजिक सौहार्द्र के खिलाफ बताते हुए बैन करने की मांग की है। वहीं, सेंसर बोर्ड द्वारा फिल्म को पास न करने के फैसले पर भी सवाल उठाए गए हैं।
आगे क्या?अब इस मामले की अगली सुनवाई केंद्र सरकार की रिपोर्ट आने के बाद होगी। सुप्रीम कोर्ट ने संकेत दिया है कि वह तभी इस मामले में कोई फैसला सुनाएगा। तब तक फिल्म निर्माताओं को कोई अंतरिम राहत नहीं मिली है।
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